Home / ब्लॉग / ये एक पहल है नए मीडिया से जुड़ने की

ये एक पहल है नए मीडिया से जुड़ने की

वैस्टलैंड बुक्स / यात्रा बुक्स की  कहानी 140 योजना को लेकर हमारे पास भी बहुत से लोगों के सवाल आए कि किस तरह से इस योजना का हिस्सा बना जाए? किस तरह से १४० कैरेक्टर्स में कहानी लिखी जाए? वगैरह-वगैरह. ऐसी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए ही हमने यात्रा बुक्स की निदेशिका नीता गुप्ता से बात की- जानकी पुल
===========
१. क्या आपको लगता है हिंदी में १४० कैरेक्टर्स में कहानी लिखी जा सकती है?

मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं! १४० कैरेक्टर्स की  समस्या किसी भी भाषा के साथ आ सकती, क्रिएटिविटी ज़रूरी है।  
२. ट्विटर पर हिंदी वाले कम हैं. ऐसे में आपको लगता है कि यह आइडिया हिट होगा

हमारा प्रयास इसे बदलने का है। हमारी प्रतियोगिता हिट हो या मिस इससे मुझे कोई लेना देना नहीं है। ये एक पहल है नए मीडिया से जुड़ने की, इसकी सीमाओं के भीतर क्रिएटिव एक्सप्रेशन के मौके ढूँढने की, हिंदी में ट्विटर का मज़ा उठाने की। बस।

३. आपको क्या लगता है कि इससे ट्विटर पर हिंदी की लोकप्रियता में वृद्धि होगी?
मुझे पूरा विश्वास है की आप जैसे 4-5 लोग भी कहानी सबमिट करें, तो यही हमारी सफलता होगी। औरों को जुड़ने का साहस भी मिलेगा। हो सकता है ऐसी और प्रतियोगिताएं भी सामने आएँ—क्यों न हमलोग अपने १४० कैरेक्टर्स में बात कहने की क्षमता को और मज़बूत कर लें!

 

४. क्या इस तरह की कहानी को साहित्य माना जा सकता है?

हाइकू की गिनती भी तो साहित्य में होती है! हाँ मुझे लगता है अगर कोई चंद लफ़जों में कहानी गढ़ने की क्षमता रखता है तो वो एक साहित्यिक व कलात्मक व्यक्तित्व वाला इंसान है।
 
५. अंग्रेजी में यह विधा लोकप्रिय हो गई है. ट्विटर स्टोरी की किताबें भी आ गई हैं. क्या आपकी भी ऐसी कोई योजना है आगे?

जी। हम इसे जितना भी नकारना चाहें, लोकप्रियता की कसौटी पर जो खरा उतरे उसे हम नज़रंदाज़ नहीं कर सकते। हो सकता है ये छोटी छोटी ट्विटर स्टोरीज इ-बुक के ज़रिये या किसी और क्रॉस-मीडिया प्लेटफार्म के ज़रिये पब्लिक तक पहुंचाई जा सकें। संभावनाएं असीमित हैं। बस दिल-ओ- दिमाग खुला होने की ज़रुरत है।
 
६. ज्यादातर लोग यह जानना चाहते हैं कि ट्विटर पर यात्रा बुक्स से कैसे जुड़ा जाए? इसके बारे में कुछ बताइए. क्या जो ट्विटर पर नहीं हैं या नए हैं वे भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं?
सबसे पहले ये पहल यात्राबुक्स और वेस्टलैंड बुक्स इंडिया की है! जो हमसे जुड़ना चाहें वो हमें ट्विटर पर फ़ॉलो करें @yatrabooks और  @WestlandBooks पे हमें ईमेल भी कर सकते हैं: yatrabooks@gmail.com प्रतियोगिता के और डिटेल्स आप नेहा या निरवाना  से भी ले सकते हैं–इमेल्स सीसी हैं। ये हमारे और वेस्टलैंड के सोशल मीडिया पार्टनर हैं। उन्होंने twitter पर #story140 शुरू की थी। ये आपको और जानकारी दे सकते हैं। एक और बात–इस प्रतियोगिता में आप चाहें तो रोमन या फिर sms ki bhasha में भी हिंदी कहानी सबमिट कर सकते हैं। 
 
      

About Prabhat Ranjan

Check Also

तन्हाई का अंधा शिगाफ़ : भाग-10 अंतिम

आप पढ़ रहे हैं तन्हाई का अंधा शिगाफ़। मीना कुमारी की ज़िंदगी, काम और हादसात …

10 comments

  1. Mujhe yah jaankar achchha laga ki meri tarah aur bhi kayi agyanijan duvidha mein hain. Padhte-padhte par kuchh aisi tathakathit kahaniyan padhi bhi hain aur vahan apni ek chhoti si tippani bhi chhodi hai.
    Thode mein kuchh achchaa kahna mushkil hota hai. Mujhe aisa lagta to main zaroor in tathakathit kahaniyon ki prashansa karta. Lekin mera inse tadaatmay nahi ho pa raha.

  2. hindi app for phones/mac/pc is not compatible, why not put one on your page which people can log in with their handle

  3. mobile se hindi me likte nahi banta hai kya likha hua photo khich kar daal sakte hai

  4. मानव जीवन से जुड़ी सारी चीजें स्वयं एक कहानी है। चाहे इसे 140 शब्दों में लिखें या 14000 या 1400000 में मतलब एक ही है जिंदगी बाधाओं, सफलताओं, रुसवाईयों से गुजर कर ऊपर जाने का नाम है।

    साकेत सहाय
    ब्लॉग http://www.vishwakeanganmehindi.blogspot.com

  5. केशव जी १४० शब्दों की तो कभी बात ही नहीं थी. फेसबुक पर गलती से शीर्षक चला गया था. ट्विटर पर १४० कैरेक्टर्स ही लिखे जा सकते हैं. प्रताप सहगल जी, पढते पढते ब्लॉग पर ऐसी कुछ कहानियां आई हैं. परसों के पोस्ट में. देखिएगा.

  6. (१) सहगलजी के सुझाव का समर्थन. (२) 140 Characters या Words? इसे स्पष्ट करें.

  7. Udaharan swaroop is prakaar ki ek ya do kahaniyan de dete to likhne ke ichchhuk log thheek se samajh lete.

  8. Pretty! This has been a really wonderful post. Many thanks for providing these details.

  1. Pingback: Dnabet

  2. Pingback: white cherry runtz strain

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *