युवा लेखक उमाशंकर चौधरी का यह विस्तृत लेख प्रेमचंद की परंपरा और उसको लेकर चली बहसों को समेटता हुआ एक गहन वैचारिक लेख है जो बहस की माँग करता है। आप भी पढ़ सकते हैं- ========================== प्रेमचंद की उपस्थिति (निर्मल वर्मा से शीर्षक उधार लेते हुए उनके साथ प्रत्युत्तर जैसा …
Read More »अज्ञेय और शीत युद्ध
अज्ञेय जन्मशती पर देश भर में अज्ञेय को आदर से याद किया गया. अज्ञेय के विरुद्ध लम्बी जंग छेड़ने वाले साम्यवादी आलोचक भी अज्ञेय की महानता के गुण गाते देखे गए. मूर्धन्य आलोचक नामवर सिंह ने नेशनल बुक ट्रस्ट के जरिये अज्ञेय की प्रमुख कविताओं का चयन प्रस्तुत किया और …
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