रामचंद्र गोपाल दादा साहेब तोरणे का नाम इतिहास-निर्माताओं में आना चाहिए था, लेकिन ‘पुंडलीक’ फिल्म के इस निर्माता-निर्देशक के नाम गुमनामी आई. 25 मई 1912 को ‘टाइम्स ऑफ इण्डिया’ में प्रकाशित विज्ञापन में ‘पुंडलीक’ को भारत की पहला कथा-चित्र बताया गया था और ग्रीव्स कॉटन कम्पनी में काम करने वाले …
Read More »