सईद अयूब बहुत कल्पनाशील तरीके से पिछले कई सालों से साहित्यिक आयोजन करते रहे हैं. करीब एक महीने पहले जब उन्होंने बताया कि सीपी के एक रेस्तरां में पुरुषोत्तम अग्रवाल की कहानियों पर चर्चा करनी है तो लगा कि बात कुछ अधिक ही कल्पनाशील तो नहीं हो गई? लेकिन कल …
Read More »नई नस्ल जौन एलिया को पढ़ती है और उनकी तरह दीवाना हो जाना चाहती है
जौन एलिया उर्दू शायरी का एक बड़ा करिश्मा हैं. न तो उनके पीछे किसी विचारधारा, किसी सियासत की ताकत थी, न उनको किसी ग़ज़ल गाने वाले ने गाकर मकबूल बनाया. बल्कि मरने के बाद न जाने उनकी शायरी ने नई नस्ल ने क्या देखा कि उनके चाहने वालों की तादाद …
Read More »जिसने शायरी के फन में अदब को सम्भाल रक्खा है : राजेश रेड्डी
सौरव कुमार सिन्हा का एक लेख ‘लल्लनटॉप’ पर पढ़ा था जौन एलिया की शायरी पर. बहुत मुतास्सिर हुआ था. अब आप हिंदी के शायर राजेश रेड्डी की शायरी पर उनका यह लेख पढ़िए आप भी मुतास्सिर हो जायेंगे- मॉडरेटर ====================== मुशायरे की रवायत सदियों पुरानी है। पिछले दो दशकों में …
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