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धर्म को पकड़े रहो, धर्मों को छोड़ दो

आज यानी २३ सितम्बर को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती है. लेकिन मन २४ सितम्बर के संभावित अदालती फैसले को लेकर आशंकाओं से घिरा है. ऐसे में धर्मों के भेद-मतभेद, एकता-अनेकता को लेकर दिनकर के विचारों को टटोलने का मन हुआ. उनका एक लेख है ‘कबीर साहब से भेंट’ …

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दिनकर की कविताएँ अज्ञेय की पसंद

२०११ में अज्ञेय की जन्म-शताब्दी है. इसी को ध्यान में रखते हुए सस्ता साहित्य मंडल प्रकाशन ने अज्ञेय संपादित एक पुस्तक ‘पुष्करिणी’ को फिर से प्रकाशित किया है. १९५३ में प्रकाशित इस पुस्तक का ऐतिहासिक महत्व है. अज्ञेय का यह मानना था कि स्कूल-कॉलेजों के पाठ्यक्रमों को ध्यान में रखकर …

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दिल्ली के धुंधलके का लेखक अहमद अली

यह अंग्रेजी के आरंभिक हिन्दुस्तानी लेखकों में एक अहमद अली की जन्मशताब्दी का साल है. वे हिंदुस्तान-पाकिस्तान के आला हुक्काम रहे लेकिन उनको याद किया जाता है अंग्रेजी में लिखे उपन्यास ‘ट्विलाइट इन देल्ही’ के लिए. इस उपन्यास में दिल्ली की संस्कृति का धुंधलका है- मुग़ल संस्कृति की ढलान का …

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