ब्लॉग जाल बहेलिया ही बिछा सकता है जानवर नहींBy July 19, 2013505 प्रियदर्शन की ये कविताएं प्रासंगिक भी हैं और बहुत कुछ सोचने को विवश भी करती हैं- ‘जानवरों से हमें माफ़ी…