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हंगारी कवि अतिला यूसुफ की कविताएँ

By November 18, 20127

हंगारी कवि अतिला यूसुफ की कविताएँ: मेरा कोई पिता नहीं, न माँ, न ईश्‍वर, न देश, न झूला, न कफन ,…

\’मार्क्स के संस्मरण\’ किताब से एक अंश

By adminNovember 16, 20120

पॉल लाफार्ज और विल्हेम लीबनेख्त द्वारा लिखे गए \’मार्क्स के संस्मरण\’ के हिंदी अनुवाद से वहीं परिचय हुआ. पॉल लाफार्ज…

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‘मार्क्स के संस्मरण’ किताब से एक अंश

By November 16, 2012165

पॉल लाफार्ज और विल्हेम लीबनेख्त द्वारा लिखे गए ‘मार्क्स के संस्मरण’ के हिंदी अनुवाद से वहीं परिचय हुआ. पॉल लाफार्ज…

बहन के सहारे भाई खोजते रहे जीवन की नायिकाएं

By November 15, 201215

आज भाई दूज पर कुछ कविताएँ बहनों के लिए. कवि हैं प्रेमचंद गाँधी- जानकी पुल.बहन बहनमां की कोख सेपैदा हुई…

बैठ अकेले दुख मत जापो, मिल कर जीवन राग अलापो

By adminNovember 14, 20120

आज बाल दिवस पर कुछ बाल कविताएँ. कवि हैं भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित कवि प्रेम रंजन अनिमेष- जानकी पुल.===============1.मोटी…

ब्लॉग

बैठ अकेले दुख मत जापो, मिल कर जीवन राग अलापो

By November 14, 2012210

आज बाल दिवस पर कुछ बाल कविताएँ. कवि हैं भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित कवि प्रेम रंजन अनिमेष- जानकी पुल.===============1.मोटी…

उनके जीवन का नमक बारिश में घुल कर बह रहा था

By November 11, 20128

आज आशुतोष दूबे की कविताएँ. एक जमाने में अपने डिक्शन, अपनी किस्सागोई से उनकी कविताओं ने अलग से ध्यान आकर्षित…

फेसबुक पर विद्वानों के अपने-अपने अज्ञेय

By adminNovember 10, 20120
ब्लॉग

फेसबुक पर विद्वानों के अपने-अपने अज्ञेय

By November 10, 20124

· बात शुरु हुई थी अनिल यादव के इंटरव्यू में आए अज्ञेय के इस सन्दर्भ से- मुझे लगता…

हर स्थिति और हर काल में और न्यूट्रल था हर हाल में

By November 6, 201234

प्रसिद्ध कवि बोधिसत्व की यह कविता हमारे समाज पर गहरा व्यंग्य करती है. आप भी पढ़िए ‘न्यूट्रल आदमी’, बनिए नहीं-…

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  2. विश्वमोहन on क्या अब व्यंग्य का मतलब सिर्फ लोगों को चौंकाना और उनसे प्रतिक्रिया लेना रह गया है?
  3. मधु सक्सेना on प्रेम में एक-दूसरे के ‘स्व’ को बचाने की सीख – ‘अमृता इमरोज़’
  4. किरण on गरिमा जोशी पंत की कहानी ‘अनसुनी अनुसुइया’
  5. siraj saxena on सीरज सक्सेना से प्रभात रंजन की बातचीत
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