जानकी पुल – A Bridge of World's Literature.

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छुट्टियाँ तो हैं, लेकिन वे इंतज़ार करते हुए चले गए

By adminJune 22, 20120
ब्लॉग

छुट्टियाँ तो हैं, लेकिन वे इंतज़ार करते हुए चले गए

By June 22, 2012119

अरुण प्रकाश हिंदी में बड़ी लकीर खींचने वाले कथाकार ही नहीं थे, एक बेहतरीन इंसान भी थे. उनको याद करते हुए…

एक कहानी नहीं पूरा शोध प्रबंध है \’भैया एक्सप्रेस\’

By adminJune 19, 20120

अरुण प्रकाश की बेमिसाल कहानी \’भैया एक्सप्रेस\’ के बहाने हिंदी कहानी में उनके योगदान को याद कर रहे हों सन्मार्ग-…

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एक कहानी नहीं पूरा शोध प्रबंध है ‘भैया एक्सप्रेस’

By June 19, 20125

अरुण प्रकाश की बेमिसाल कहानी ‘भैया एक्सप्रेस’ के बहाने हिंदी कहानी में उनके योगदान को याद कर रहे हों सन्मार्ग-…

‘पैन इंडियन राइटर’ थे अरुण प्रकाश

By June 19, 201222

अरुण प्रकाश नहीं रहे. लंबी बीमारी के बाद का दोपहर उनका देहांत हो गया. उनको याद कर रहे हैं प्रेमचंद…

क्या ब्लॉग-वेबसाईट पर कॉपीराइट का कानून लागू नहीं होता?

By adminJune 18, 20120

नीलाभ का यह लेख कुछ गंभीर सवालों की तरफ हमारा ध्यान दिलाता है. हाल में ही भारत के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय…

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क्या ब्लॉग-वेबसाईट पर कॉपीराइट का कानून लागू नहीं होता?

By June 18, 201212

नीलाभ का यह लेख कुछ गंभीर सवालों की तरफ हमारा ध्यान दिलाता है. हाल में ही भारत के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय…

आजकल सच और सपने में कोई फर्क ही नहीं लगता!

By adminJune 17, 20120
ब्लॉग

आजकल सच और सपने में कोई फर्क ही नहीं लगता!

By June 17, 201216

वंदना शुक्ल की कविताएँ बिना किसी भूमिका के. ये कविताएँ खुद अपनी भूमिका हैं और परिचय भी. गहरी संवेदना की…

विज्ञापन के लिए टीवी स्क्रीन रियल इस्टेट है!

By June 15, 20127

हाल में ही विनीत कुमार की पुस्तक आई है ‘मंडी में मीडिया’. टेलीविजन मीडिया को लेकर इतनी शोधपूर्ण पुस्तक हिंदी…

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