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अपनी हिंदी में बेस्टसेलर की तलाश

By February 6, 20127

हिंदी में ‘बेस्टसेलर’ की चर्चा एक बार फिर शुरु हो गई है. एक ज़माना था जब पत्रिकाओं में निराला की…

यातनाएं वैसी ही हैं जैसी थीं

By February 4, 201223

कविता की मोजार्ट कही जाने वाली विश्वावा शिम्बोर्स्का का 89 साल की उम्र में निधन हो गया. पोलैंड की इस…

साहित्य \’कुबड़ों का टूर्नामेंट\’ है

By adminFebruary 3, 20120
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साहित्य ‘कुबड़ों का टूर्नामेंट’ है

By February 3, 201212

गिरिराज किराडू हिंदी के ‘भारतभूषण’ कवि हैं, प्रतिलिपि.इन के कल्पनाशील संपादक हैं, प्रतिलिपि बुक्स के निदेशक हैं, कुछ अलग तरह…

अपर्णा मनोज की कहानी \’द ब्लू प्रिंट\’

By adminFebruary 2, 20120
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अपर्णा मनोज की कहानी ‘द ब्लू प्रिंट’

By February 2, 2012120

उपसंहार से शुरु होने वाली इस कहानी के बारे में वाचिका का कहना है कि यह कहानी नहीं बस उसका…

सपने में सेंध मारने लगा है ईश्‍वर

By adminJanuary 29, 20120

राकेश श्रीमाल की कविताएँ \’हिय आँखिन प्रेम की पीर तकी\’ के मुहावरे में होती हैं. कोमल शब्द, कोमल भावनाएं, जीवन-प्रसंग-…

ब्लॉग

सपने में सेंध मारने लगा है ईश्‍वर

By January 29, 20125

राकेश श्रीमाल की कविताएँ ‘हिय आँखिन प्रेम की पीर तकी’ के मुहावरे में होती हैं. कोमल शब्द, कोमल भावनाएं, जीवन-प्रसंग-…

कहां हो दिल्ली के परमज्ञानी आचार्य?

By January 28, 20123

जशपुर के ठूंठी अम्बा गाँव में एक पिता जिसकी बेटी हाल में ही लौटी युवा कथाकार-पत्रकार आशुतोष भारद्वाज छत्तीसगढ़ के ग्रामीण-जंगली…

क्यों राज्यसभा में ऐसी निष्क्रियता छाई है?

By January 27, 20124

महान आधुनिक ग्रीक कवि कॉन्स्टेनटीन कवाफी की कविताओं के सम्मोहक आकर्षण ने यायावर कवि, ‘कलाबाज़’ पीयूष दईया को अपनी ओर…

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  • विरह का एक विस्तृत पुरालेख गढ़ने वाले कवि आगा शाहिद अली

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  1. Aarti mishra on संजीव पालीवाल की ‘किताबी बात’- 1
  2. विश्वमोहन on क्या अब व्यंग्य का मतलब सिर्फ लोगों को चौंकाना और उनसे प्रतिक्रिया लेना रह गया है?
  3. मधु सक्सेना on प्रेम में एक-दूसरे के ‘स्व’ को बचाने की सीख – ‘अमृता इमरोज़’
  4. किरण on गरिमा जोशी पंत की कहानी ‘अनसुनी अनुसुइया’
  5. siraj saxena on सीरज सक्सेना से प्रभात रंजन की बातचीत
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