जानकी पुल – A Bridge of World's Literature.

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जोहरा सहगल का जीवन ही कला था

By July 10, 20147

102 की उम्र में ज़ोहरा सहगल ने इस दुनिया के रंगमंच को अलविदा कहा. 2 साल पहले उनकी बेटी किरण…

नवजागरणकालीन हिंदी पत्रिकाओं में प्रकाशित विज्ञापनों का एक अध्ययन

By July 9, 201411

जिनको यह लगता है कि हिंदी को लेकर अच्छा शोध या तो विदेश के विश्वविद्यालयों में हो रहा है या…

“एना फ्रैंक दुनिया भर में एक प्रतीक हैं”- मिरियम प्रेज़लर

By July 7, 20146

 ‘ऐन(एना) फ्रैंक की डायरी’ दुनिया भर में साहस और जिजीविषा के प्रतीक के रूप में पढ़ा जाता है. पिछले  दिनों डॉइचे…

स्वप्निल श्रीवास्तव की कविताएं

By July 6, 20148

शोर-शराबे के दौर में स्वप्निल श्रीवास्तव चुपचाप कवि हैं, जिनके लिए कविता समाज में नैतिक होने का पैमाना है. उनकी…

चित्रकथा में हिरोशिमा की त्रासदी

By July 5, 20147

इधर एक मार्मिक चित्रकथा पढने को मिली. मार्मिक इसलिए क्योंकि आम तौर पर चित्रकथाओं में मनोरंजक कथाएं, महापुरुषों की जीवनियाँ…

भारतेंदु हरिश्चंद्र पर गोपाल राम गहमरी

By July 4, 2014223

भारतेंदु हरिश्चंद्र के नाटकों और उनके मंचन के प्रभाव को लेकर 19वीं शताब्दी के प्रसिद्ध लेखक गोपाल राम गहमरी ने…

प्रेमचंद को नहीं चेखव को पढ़कर कथाकार बना

By July 3, 20146

स्वयंप्रकाश के बारे में कुछ लिखने की जरुरत नहीं उनकी कहानियां खुद उस माहिर लेखक का बयान हैं. अभी हाल…

दिमाग के कम्प्यूटर में कोई सेलेक्टर लगा रहता होगा

By July 2, 20146

शिवमूर्ति ऐसे लेखक हैं जिनसे मैंने काफी सीखा है. जीवन के इस अन्तरंग कथाकार ने अपनी रचना-प्रक्रिया पर लिखा है…

कौन उनके लिए उपयोगी है, कौन उनका ‘लेखक’ है?

By July 1, 20146

नई सरकार के आने के बाद ‘जनसत्ता’ में श्री उदयन वाजपेयी ने एक लिखा संस्कृति पर, जिसको लेकर एक लम्बी…

एक ‘सुशील’ बुलेटबाज़ की बुलेट डायरी

By June 30, 201410

जे सुशील भी ग़ज़ब के बुलेटबाज़ हैं. बुलेट प्रेमी तो बहुत देखे बुलेटबाज नहीं देखा. मीनाक्षी जी और जे सुशील…

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  4. किरण on गरिमा जोशी पंत की कहानी ‘अनसुनी अनुसुइया’
  5. siraj saxena on सीरज सक्सेना से प्रभात रंजन की बातचीत
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