प्रज्ञा एक सजग लेखिका हैं। बहुत संवेदनशीलता के साथ अपने आसपास के माहौल पर नजर रखती हैं। वहीं से उनकी…

कल मैंने चंद्रेश्वर की कवितायेँ पढ़ी. उनका राजनीतिक मुहावरा चौंकाता है, लेकिन वह सनसनीखेज त्वरित टिप्पणी की तरह नहीं है.…