‘उमस के समीकरण’ कहानी लिखी है ज्योत्स्ना मिश्रा ने। ज्योत्स्ना मिश्रा पेशे से चिकित्सक हैं और कथाओं के रंगमंच की…
सिमोन द बोउआर का प्रसिद्ध कथन है “स्त्री पैदा नहीं होती, बनाई जाती है”। ठीक इसी तरह पुरुषों के लिए…
आज पढिए संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज़ ‘हीरामंडी’ पर जाने माने पत्रकार-चित्रकार रवींद्र व्यास की सम्यक् टिप्पणी। रवींद्र जी…
यौन हिंसा पर आधारित यह कहानी लिखी है सुपरिचित लेखिका पल्लवी विनोद ने । पल्लवी लखनऊ में रहती हैं। आप…
‘सूर्य की अन्तिम किरण से सूर्य की पहली किरण तक’ सुरेन्द्र वर्मा का प्रसिद्ध नाटक है। प्रकाशन के लंबे समय…
आज पढ़िए मेरी पीढ़ी के चर्चित कथाकार मनोज कुमार पांडेय की लंबी कविता ‘सलीब के बाद’। यह कविता वैसे तो…
पल्लवी त्रिवेदी की किताब ‘ज़िक्रे यार चले: लव नोट्स’ अपने आप में एक अलग विधा की किताब है। राजकमल प्रकाशन…
समय के साथ हिंदी साहित्य में स्त्रियों का हस्तक्षेप बढ़ा तो है लेकिन उसमें फिर सामाजिक वर्गीकरण के अनुसार देखने…
आज रवींद्रनाथ ठाकुर(टैगोर) की जयंती है। हिन्दी में रवींद्र संगीत की चर्चा कम होती है। रवींद्र संगीत पर यह आलेख…
आज पढ़िए विनीता परमार की कहानी ‘अश्वमेध का घोड़ा’। इतिहास, वर्तमान के कोलाज से बनी एक दिलचस्प और समसामयिक कहानी।…