ब्लॉग इस आयोजन में कई परंपराएं टूटी हैंBy April 3, 20131016 हमारे प्रिय लेखक असगर वजाहत ने पटना लिटरेचर फेस्टिवल के बहाने साहित्य और सत्ता के संबंधों को लेकर एक महत्वपूर्ण…