जानकी पुल – A Bridge of World's Literature.

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गुलजार की पहुँच हर पीढ़ी, हर दिल तक है!

By August 18, 201414

गुलजार शायद ऐसे अकेले लेखक-कलाकार हैं जिनसे हर उम्र, हर सोच के लोग गहरे मुतास्सिर हैं. जीते जी वे एक…

लखनऊ और अमृतलाल नागर दोनों एक दूसरे के लिए बने थे!

By August 17, 20148

आज हिंदी के विलक्षण गद्यकार अमृतलाल नागर की जयंती है. नागर जी की स्मृति को प्रणाम करते हुए लखनवी ठाठ…

क्रिकेट खेल, धर्म और राजनीति का सम्मिश्रण था

By August 15, 20145

आजादी से पहले के दौर में अंग्रेजों ने किस तरह क्रिकेट के खेल का राजनीतिक इस्तेमाल किया इसको समझने के…

देशभक्ति गीत और उनके गीतकार

By August 14, 201437

हर साल आजादी के दिन हम कुछ देशभक्ति की बातें कर लेते हैं, कुछ गीत गा-सुन लेते हैं मगर उन…

किस्मत के मारे यह काबिल सितारे

By August 11, 201411

आज सैयद एस. तौहीद ने कुछ गुमनाम फ़िल्मी सितारों पर लिखा है. आपको कुछ नाम याद आयें तो आप भी…

झुकी पलकें पलटकर लिखतीं एक ऐसे महान अभिनय का शिलालेख

By August 10, 201437

अच्छी कविताएं हमारी स्मृतियों में रह जाती हैं. करीब 15 साल पहले हिंदी के चर्चित कवि दिनेश कुशवाह ने फिल्म…

मनोहर श्याम जोशी से वह मेरी पहली मुलाकात थी

By August 9, 201414

आज मनोहर श्याम जोशी जीवित होते तो 81 साल के होते. उनकी स्मृति को प्रणाम करता हूँ और उनके ऊपर…

क्या सचमुच अच्छे अनुवादक नहीं हैं?

By August 9, 201434

सी-सैट को समाप्त करने के लिए युवाओं के आन्दोलन के पीछे एक बड़ा तर्क अनुवाद के सम्बन्ध में दिया जा…

भयावह फिल्मों का अनूठा संसार

By August 8, 201411

प्रचण्ड प्रवीर विश्व सिनेमा पर सीरिज लिख रहे हैं. यह दूसरी क़िस्त है ‘हॉरर’ फिल्मों पर. इस लेख में न…

प्राण के निधन के साथ हम सबका बचपन हमसे छिन गया

By August 6, 2014155

चाचा चौधरी, साबू, श्रीमती जी, पिंकी, चन्नी चाची और राका जैसे किरदारों के रचयिता कार्टूनिस्ट प्राण के जाने से हमारे…

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