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कहानी ‘जोशी जी’ की बयाँ प्रचंड का

विद्वान लेखक प्रचण्ड प्रवीर की एक सीरिज़ है ‘कल की बात’। इस सीरिज़ की तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं- षड्ज , ऋषभ और गान्धार। लेकिन उनकी यह सीरिज़ आज भी जारी है। आज इस सीरिज़ में प्रचंड जी ने मनोहर श्याम जोशी के उपन्यास ‘हमज़ाद’ पर उनकी ही शैली में …

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‘मंथर होती प्रार्थना’ की समीक्षा

पिछले वर्ष ही सुदीप सोहनी का काव्य-संग्रह ‘मन्थर होती प्रार्थना’ प्रकाशित हुआ है । इस किताब की समीक्षा कर रही हैं डॉ. रेखा कस्तवार । रेखा कस्तवार मुख्यत: स्त्री-केंद्रित विषयों पर लेखन के लिए जानी जाती हैं । ‘किरदार ज़िन्दा है’, ‘स्त्री चिंतन की चुनौतियाँ’ उनकी दो प्रमुख किताबें हैं …

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शिरीष खरे की किताब ‘नदी सिंदूरी’ की समीक्षा

शिरीष खरे के कहानी संग्रह ‘नदी सिंदूरी’ की कहानियाँ जैसे इस बात की याद दिलाती हैं कि हम नदी सभ्यता के लोग हैं। नर्मदा की सहायक नदी ‘सिंदूरी’ के किनारे बसे एक गाँव के जीवन की धड़कन इन कहानियों में सुनाई देती है। निश्चित रूप से शिरीष समकालीन लेखकों में …

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