मैथिली और हिंदी के वयोवृद्ध साहित्यकार 82 वर्षीय मायानन्द मिश्रको ‘मंत्रपुत्र’ के लिए वर्ष 1988 में साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित किया गया था। डॉ. मिश्र को भारत सरकार के साहित्य अकादमी के अलावा बिहार सरकार द्वारा ग्रियर्सन अवार्ड भी मिल चुका है। वर्ष 2007 में उन्हें प्रबोध साहित्य सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। मिश्र का जन्म 1934 में बिहार के सहरसा जिला के बनैनिया गांव में हुआ। 1956 में प्रो. मिश्र ऑल इंडिया रेडियो पटना से जुड़े जहां उस समय के लोकप्रिय कार्यक्रम \’चौपाल\’ में उनकी जादुई आकर्षक आवाज समां बांध देती थी। वर्ष 1970 में उन्हें साहित्य…
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इंडिया हैबिटैट सेंटर द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रम कवि के साथ के 9वें आयोजन में आप सबको आमंत्रित करते हुए हमें हार्दिक प्रसन्नता हो रही है. इस बार का आयोजन 2 शामों का है. विवरण इस प्रकार है: 21 अगस्त 2013, पहली शाम, 7.00- 9.00 बजे : परिचर्चागुलमोहर सभागार, इंडिया हैबिटैट सेंटर, लोधी रोड विषय: बदलती हुई दुनिया में हिंदी कविता के 25 बरस विषय-प्रस्तावना : 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद दुनिया का और 1992 में बाबरी मस्जिद के ध्वंस के बाद भारत का परिदृश्य पहले की तुलना में बहुत तेजी से और बहुत दूर तक बदला है. बदलाव की इस तेज गति…
इंडिया हैबिटैट सेंटर द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रम कवि के साथ के 9वें आयोजन में आप सबको आमंत्रित करते हुए हमें हार्दिक प्रसन्नता हो रही है. इस बार का आयोजन 2 शामों का है. विवरण इस प्रकार है: 21 अगस्त 2013, पहली शाम, 7.00- 9.00 बजे : परिचर्चागुलमोहर सभागार, इंडिया हैबिटैट सेंटर, लोधी रोड विषय: बदलती हुई दुनिया में हिंदी कविता के 25 बरस विषय-प्रस्तावना : 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद दुनिया का और 1992 में बाबरी मस्जिद के ध्वंस के बाद भारत का परिदृश्य पहले की तुलना में बहुत तेजी से और बहुत दूर तक बदला है. बदलाव की इस तेज गति…
महेश एलकुंचवार लिखित प्रसिद्ध नाटक ‘आत्मकथा’ का प्रदर्शन इण्डिया हैबिटेट सेंटर में 13 और 14 अगस्त को होने वाला है. एक लेखक के जीवन के अतीत, वर्तमान, भविष्य को उसके जीवन की कुछ प्रमुख घटनाओं के माध्यम से दिखाने का प्रयास इस नाटक में किया गया है. महेश एलकुंचवार ने अपने नाटक ‘पार्टी’ में जिस तरह एक पार्टी के माध्यम से कला-जगत का असली चेहरा दिखया था उसी तरह इस नाटक में उन्होंने एक सफल कलाकार का वास्तविक रूप दिखाने की कोशिश की है.प्रसिद्ध लेखक राज्याध्यक्ष अपनी आत्मकथा एक शोधार्थी प्रदान्या को बताता है- किस तरह राज्याध्यक्ष अपनी पत्नी उत्तरा…
महेश एलकुंचवार लिखित प्रसिद्ध नाटक ‘आत्मकथा’ का प्रदर्शन इण्डिया हैबिटेट सेंटर में 13 और 14 अगस्त को होने वाला है. एक लेखक के जीवन के अतीत, वर्तमान, भविष्य को उसके जीवन की कुछ प्रमुख घटनाओं के माध्यम से दिखाने का प्रयास इस नाटक में किया गया है. महेश एलकुंचवार ने अपने नाटक ‘पार्टी’ में जिस तरह एक पार्टी के माध्यम से कला-जगत का असली चेहरा दिखया था उसी तरह इस नाटक में उन्होंने एक सफल कलाकार का वास्तविक रूप दिखाने की कोशिश की है.प्रसिद्ध लेखक राज्याध्यक्ष अपनी आत्मकथा एक शोधार्थी प्रदान्या को बताता है- किस तरह राज्याध्यक्ष अपनी पत्नी उत्तरा…