रतन टाटा के निधन की खबर सुनकर मुझे हरीश भट की किताब ‘टाटा स्टोरीज़’ का ध्यान आया। यह किताब हिंदी में भी अनूदित है और पेंगुइन स्वदेश से प्रकाशित इस किताब का अनुवाद किया है डॉ संजीव मिश्र ने। आइये इस किताब से एक अंश पढ़ते हैं जिसमें यह बताया गया है कि किस तरह रतन टाटा ने इंडिका कार बनाने का सपना साकार किया था- मॉडरेटर ======================= प्रख्यात लेखक हरीश भट की किताब टाटा स्टोरीज़ का अनुवाद करते समय मुझे रतन टाटा को और गहराई से समझने का अवसर मिला। रतन टाटा भारतीय उद्यमिता को दुनिया में अव्वल साबित…
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यह किसी भी रचना की महत्ता होती है कि वह पाठक को कितने समय तक और किस तरह से अपने से बाँधे रखती है।इसके साथ कई बार यह जुड़ाव किसी पात्र से भी हो सकता है। जुड़ाव ऐसा जिससे आप संवाद करना चाहें। इसमें अलग तरह की छटपटाहट महसूस होती है और संवाद की जगह एकालाप ले लेता है। गरिमा श्रीवास्तव का उपन्यास ‘आउशवित्ज़: एक प्रेम कथा’ भी कइयों के मन में बेचैनी उत्पन्न करने वाली रचना है। इसे पढ़ते हुए नायिका प्रतीति सेन से डॉ. सुमिता एकालाप कर रही हैं। आप भी पढ़ सकते हैं – अनुरंजनी ========================================================================= तुम्हारे…
आज पढ़िए एक लंबी कहानी। अनुकृति उपाध्याय की यह कहानी रहस्य-रोमांच से भरपूर लेकिन एक गंभीर कहानी है। अनुकृति हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में अपनी अलग तरह के कहन और शैली के लिये जानी जाती हैं। आप पढ़िए उनकी यह नई कहानी प्रखर युवा लेखिका प्रियंका दुबे की इस सारगर्भित टिप्पणी के साथ- ====================================== ‘अनुकृति उपाध्याय की लम्बी कहानी ‘प्रेम के रंग अनेक’ कई दृष्टियों से हिन्दी में हुआ एक नया और विलक्षण प्रयोग है. चौदह हजार शब्दों में फैले इसके आख्यान की यात्रा में ऐसे कई बिंदु आते हैं जब कहानी उस दुर्लभ इष्ट स्थान (जिसे हम स्वीट…
आज पढ़िए अंग्रेज़ी भाषा की कवयित्री यूनिस डिसूज़ा की कविताएँ जिनका अनुवाद किया है जाने-माने युवा लेखक किंशुक गुप्ता ने। पढ़िए पाँच कविताएँ- मॉडरेटर =========================== 1 स्त्रियों के लिए सलाह बिल्लियाँ पालो यदि तुम जानना चाहती हो प्रेमियों की तटस्थता तटस्थता हमेशा तिरस्कार नहीं होती— बिल्लियाँ अपनी लिटर ट्रे में लौटती हैं जब उनको ज़रूरत होती है. खिड़की पर खड़े होकर उनके प्रेमियों को गाली मत दो. उनकी बड़ी, हरी आँखों में व्याप्त सतत आश्चर्य तुम्हें अकेले मरना सिखा देगा 2 वृद्धाश्रम, सिडनी जब वो दुनिया में आए तब पत्थर की तरह ठंडे थे. उनके चेहरे काली बारिश से पटे…
हिंदी के वरिष्ठ कवि विमल कुमार ने देश की भूली बिसरी तवायफों पर पिछले दिनों कई कविताएं लिखी हैं।उनकी इनमें से कुछ चुनिंदा कविताओं की पुस्तक “तवायफनामा” आ रही है।।शायद ही किसी ने इतनी संख्या में तवायफ गायिकाओं पर कविताएं लिखीं होंगी।।इस पुस्तक में गौहर जान मल्लिका जान, जानकी बाई छप्पन छुरी, असगरी बाई से लेकर मेरे शहर मुजफ्फरपुर की “ढेला बाई” पर भी कविताएं है।यह देखकर मुझे खुशी हुई क्योंकि ये सभी गायिकाएं आज एक इतिहास बन चुकी हैं, एक किवदन्ती बन चुकी हैं। विमल कुमार की इन कविताओं में इतिहास फंतासी और कल्पना भी है।इनमें एक दो गायिकाओं…
आप लोगों से पूछा था कि क्या आप अनुकृति उपाध्याय की नई कहानी पढ़ना चाहेंगे? क़ायदे से आज उनकी कहानी पढ़वानी चाहिये थे। लेकिन आज पढ़िए प्रमोद द्विवेदी की यह कहानी। मेरा मित्र शशिभूषण द्विवेदी कहता था कि कहानी कहने की कला सीखनी हो तो प्रमोद द्विवेदी की कहानियाँ पढ़नी चाहिए। पढ़कर बताइए- प्रभात रंजन ====================== सावन की दस्तक से पहले आगरा जेल से नफीस भाई की रिहाई के मौके पर मंडी समिति के नासिर भाई सोलंकी ने ठंडी सड़क पर बाबू कुरैशी केलेवाले की पुश्तैनी कोठी पर शानदार जलसे का इंतजाम किया था। खुशी के मौके से ज्यादा पार्टी…
04 अक्टूबर, 2024 (शुक्रवार) नई दिल्ली. हम आजकल इतनी जल्दी में है कि तुरन्त सबकुछ हासिल कर लेना चाहते हैं। इस जल्दबाजी में हम अपने मूल्यों और नैतिकता को भुला रहे हैं। हमारी सभ्यता की हजारों वर्षों की यात्रा से हमने जिन मूल्यों को हासिल किया है, वे आज खंडित हो रहे हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि मूल्यों के बिना हम जी नहीं सकते। आज हम अपने में ही इतने सिमट रहे हैं कि विपरीत विचारों वाले व्यक्ति से बात तक नहीं करना चाहते। इस तरह के एक बंटे हुए समाज में नीति और नैतिकता के परिप्रेक्ष्य में,…
हाल में ही प्रसिद्ध लेखक देवदत्त पट्टनायक की पुस्तक ‘गरुड़ पुराण’ का हिन्दी अनुवाद आया है। मृत्यु, पुनर्जन्म और अमरत्व की अवधारणाओं को समझने के लिए उनके इस भाष्य को पढ़ा जाना चाहिए। राजपाल एंड संज से प्रकाशित इस किताब का अनुवाद किया है मंजुला वालिया ने। आपके लिए किताब की भूमिका प्रस्तुत है- मॉडरेटर =============================================== वर्षा ऋतु के पश्चात् – विघ्नहर्ता गजानन के दस दिनों के गणेशोत्सव, और नवरात्रि के माता दुर्गा के पूजन के मध्य-हिन्दू पितृ-पक्ष या पितरों का पखवाड़ा मनाते हैं। साल की अँधियारी छमाही के चंद्रमास का यह कृष्ण पक्ष है। यही समय पितरों को भोजन…
महात्मा गांधी की जयंती पर रामचंद्र गुहा का यह आलेख पढ़िए। अनुवाद मैंने किया है और यह आलेख 2019 में ‘हंस’ में प्रकाशित हो चुका है। आप भी पढ़ सकते हैं- प्रभात रंजन ==================== कई साल पहले जब मैं नेहरू स्मृति संग्रहालय एवं पुस्तकालय में काम कर रहा था तो मुझे किसी अज्ञात तमिल व्यक्ति का पोस्टकार्ड मिला जो उसने महान भारतीय चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, ‘राजाजी’ को लिखा था। यह 1950 के दशक के उत्तरार्ध में लिखा गया था, जिसमें नेहरू, पटेल और राजाजी को क्रमशः महात्मा गांधी के हृदय, हाथ और मस्तक लिखा गया था। यह कितनी उपयुक्त बात है।…
मार्कस ऑरेलियस की प्रसिद्ध किताब मेडिटेशंस का हिन्दी अनुवाद आया है पेंगुइन स्वदेश से। पहली शताब्दी में वे रोम के सम्राट बने। सम्राट बनने के बाद उन्होंने प्लेग-महामारी से लोगों को मरते देखा, युद्ध में मरते देखा, मित्रों-परिजनों की मृत्यु देखी और यह सब देखकर वे दर्शन शास्त्र की दिशा में मुड़ गये। वे स्टोइक दार्शनिक एपिक्टेटस के विचारों से बहुत प्रभावित हुए। और अपने विचारों को लिखने लगे। प्राचीन दर्शन के सभी स्कूलों में से, स्टोइज़्म ने पूरी तरह से व्यवस्थित होने का सबसे बड़ा दावा किया। स्टोइक के दृष्टिकोण में, दर्शन सद्गुण का अभ्यास है, और सद्गुण, जिसका उच्चतम…